खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने "कनाडाई नागरिक" बताया और भारत पर गंभीर आरोप लगाए। यह पहली बार नहीं जब ट्रूडो ने भारत विरोधी काम किया है।
ट्रूडो सरकार ने खालिस्तानी आतंकियों को नागरिकता दी। हरदीप सिंह निज्जर वांटेड आतंकवादी था। इस साल जून में सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर उसकी हत्या की गई थी।
ट्रूडो कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों को समर्थन दे रहे हैं। 10 सितंबर को सिख फॉर जस्टिस ने भारत को 'बांटने' को लेकर जनमत संग्रह कराया। ट्रूडो ने इसके खिलाफ एक शब्द नहीं बोला।
जुलाई में ब्रैम्पटन में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या का महिमामंडन करने वाली एक झांकी निकाली गई। इसके बारे में पूछा गया तो ट्रूडो ने कहा कि यह तो 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता' है।
कनाडा में खालिस्तानी आतंकियों ने भारतीय राजनयिकों को धमकी दी। भारत के खिलाफ रैली की, लेकिन ट्रूडो ने कार्रवाई नहीं की। बयान दिया कि कनाडा ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की है।
2018 में ट्रूडो भारत आए थे। इस दौरान दिल्ली में कनाडाई उच्चायोग में आयोजित रात्रिभोज में खालिस्तानी आतंकवादी जसपाल अटवाल को आमंत्रित किया गया था। इसपर खूब विवाद हुआ था।