IMD के अनुसार, हाल के वर्षों में भारत में आने वाले सबसे शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय तूफानों में से एक चक्रवात बिपारजॉय है।
समुद्र के ऊपर चक्रवात कम दबाव वाले क्षेत्र में वायुमंडलीय गड़बड़ी से बनता है। समुद्र का पानी गरम होता तो बनाता है चक्रवात।
समुद्र का पानी गरम होता है तो उसके आसपास की हवा गर्म होकर ऊपर जाती हैं। उस खाली क्षेत्र को भरने के लिए ठंडी हवाएं वहां आती हैं। वह भी गर्म होकर ऊपर उठती। इसका एक चक्र शुरू हो जाता।
चक्र शुरू होने से बादल बनने लगते हैं। पानी के भाप में बदलने से और भी बादल बनने लगते हैं। इससे एक स्टॉर्म साइकिल या तूफान चक्र बन जाता है, जो धरती के घूमने के साथ ही घूमते रहते हैं।
ये स्टॉर्म सिस्टम हवा की स्पीड 62 किमी/घंटे होने तक ट्रॉपिकल स्टॉर्म कहलाते हैं। हवा की रफ्तार 120 किमी/घंटे पहुंचने पर ये स्टॉर्म साइक्लोन बन जाते हैं।
साइक्लोन आमतौर पर ठंडे इलाकों में नहीं बनते है, क्योंकि इन्हें बनने के लिए गर्म समुद्री पानी की जरूरत होती है।