Author: Yatish Srivastava Image Credits:social media
Hindi
तिरंगे के साइज का अनुपात 3:2 होना चाहिए
तिरंगे का आकार कितना भी बड़ा हो लेकिन 3:2 के अनुपात में होना चाहिए। यह आयत यानी रेक्टेंगल के शेप में होना चाहिए।
Image credits: social media
Hindi
तिरंगा कभी भी उल्टा नहीं फहराना चाहिए
तिरंगा फहराते समय ये ध्यान रखना चाहिए कि राष्ट्रीय ध्वज कभी भी उल्टा न हो। झंडे में केसरिया रंग का हिस्सा ऊपर, सफेद बीच में और हरा रंग नीचे होना चाहिए।
Image credits: social media
Hindi
तिरंगा कहीं से कटा-फटा नहीं होना चाहिए
तिरंगा फहराने के दौरान यह ध्यान रखना चाहिए कि यह कहीं से फटा न हो। झंडा रोहण के दौरान तिरंगा न जमीन पर छूना चाहिए और न ही पानी में गिरना चाहिए।
Image credits: social media
Hindi
क्षतिग्रस्त होने पर तिरंगे को कैसे डिस्पोज करें
राष्ट्रीय ध्वज क्षतिग्रस्त हो जाए तो भारतीय ध्वज संहिता के सुझाव के मुताबिक क्षतिग्रस्त झंडे को जलाकर नष्ट कर देना चाहिए. झंडा कागज का हो यह जमीन पर न फेंका गया हो.
Image credits: social media
Hindi
तिरंगा फहराने के लिए समय की पाबंदी नहीं
पहले नियम था कि तिरंगा सिर्फ सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जा सकता था, लेकिन अब तिरंगा फहराने के लिए किसी विशेष समय का कोई रिस्ट्रिक्शन नहीं है।