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कौन हैं भगवान स्वामी नारायण? यूएई के पहले मंदिर में इनकी होती है पूजा

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यूएई का पहले हिन्दू मंदिर की देश-दुनिया में चर्चा

यूएई का हिन्दू मंदिर देश-दुनिया में आकर्षण का केंद्र बन गया है। 14 फरवरी को पीएम मोदी ने मंदिर का उद्घाटन किया है।

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भगवान स्वामीनारायण को समर्पित यूएई का हिन्दू मंदिर

संयुक्तयुक्त अरब अमीरात में बना पहला हिंदू मंदिर भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है। मंदिर में भगवान स्वामी नारायण की पूजा होती है।

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अबू धाबी के अलावा कई देशों में मंदिर

अबूधाबी के अलावा भी कई देशों में भगवान स्वामीनारायण को भव्य मंदिर स्थापित है। इन्हें परब्रह्म मानकर पूजा जाता है।

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अयोध्या में हुआ था स्वामीनारायण का जन्म

भगवान स्वामी नारायण का जन्म उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 3 फरवरी 1781 में हुआ था। उनके पिता का नाम हरि प्रसाद और मां का नाम भक्ति देवी था।

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हिन्दू संप्रदाय में स्वामी नारायण संप्रदाय भी

हिन्दू संप्रदाय में स्वामी नारायण संप्रदाय भी शामिल है। इस संप्रदाय की स्थापना भगवान स्वामीनारायण ने ही की थी।

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भगवान स्वामी नारायण का नाम घनश्याम भी

भगवान स्वामी नारायण का दूसरा नाम घनश्याम भी है। इसके अलावा उन्हें सहजानंद स्वामी के नाम भी जाना जाता है।

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भगवान स्वामी नारायण के पैरों में कमल

भगवान स्वामी नारायण के पैरों में कमल का चिह्न बना हुआ था। ज्योतिषों ने कहा था विलक्षण प्रतिभा वालों के पैरों में होते हैं ऐसे निशान।

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5 साल की उम्र से शुरू की शिक्षा

स्वामीनारायण ने 5 साल की उम्र से शिक्षा लेनी शुरू की और 8 में उनका जनेऊ संस्कार पूर्ण हो गया। कम उम्र में ही उन्होंने शास्त्रों का अध्ययन किया और देश भ्रमण पर निकल गए।

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देश भ्रमण के दौरान सत्संग और प्रवचन किया

देश भ्रमण पर निकले भगवान स्वामीनारायण ने लोगों के साथ बैठकर सत्संग किया। लोगों को प्रवचन दिए और सतमार्ग पर चलने की राह दिखाई।

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भगवान स्वामीनारायण अपने शिष्यों को दी थी ये शिक्षा

भगवान स्वामीनारायण ने अपने शिष्यों और अनुयायियों को दार्शनिक सिद्धांतों, नैतिक मूल्य, अनुष्ठानों आदि की शिक्षा दी थी।

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