जी20 समिट में सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधियों का स्वागत पीएम मोदी ने किया। इसके लिए कोणार्क चक्र को चुना गया और उसी के सामने सभी सदस्यों का वेलकम किया गया।
दुनिया के दिग्गज नेता रेड कार्पेट पर करीब 172 कदम चलने के बाद कोणार्क चक्र तक पहुंचे। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया।
कोणार्क चक्र योग मुद्राओं से लेकर नटराज की मूर्ति तक का शिल्प है। मेहमानों के स्वागत के दौरान भारतीय संस्कृति की झलक के लिए ऐसा किया गया।
सभी सदस्य देशों की सहमति के बाद नई दिल्ली घोषणा पत्र जारी किया गया है। इसमें करीब 9 बार भारत शब्द का इस्तेमाल किया गया है। यह भारत देश के नाम बदलने की चर्चा के बीच महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 77 मिनट तक दुनिया के दिग्गज नेताओं का स्वागत किया। उन्होंने न सिर्फ हाथ जोड़कर अभिवादन किया बल्कि बॉडी लैंग्वेज से भी विश्व को संदेश दिया।
जी20 समूह के सदस्य देश दुनिया की करीब 80 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान सभी देशों की जनता को स्पेशल संदेश दिया है।
भारत की प्रेसीडेंसी में 9 सितंबर को अफ्रीकी यूनियन को जी20 समूह की स्थायी सदस्यता दी गई है। इसके बाद यह ग्रुप जी-21 बन बन गया है। यह भारत की प्रेसीडेंसी का बड़ा अचीवमेंट है।
जी20 समिट में जारी नई दिल्ली घोषणा पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि भारत की पहल पर वन फ्यूचर अलायंस बनाया जाएगा। यह सभी देशों के हित को लेकर काम करेगा।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय वार्ता की है। इसके अलावा, जापान, जर्मनी, इटली, बांग्लादेश जैसे देशों के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता हुई है।