यासीन मलिक की बिना अनुमति के अदालत में हुई पेशी पर हड़कंप मच गया। यासीन अलगाववादी नेता है। उस पर युवाओं को भड़काने और उन्हें हाथों में बंदूक लेने के लिए प्रेरित करने का आरोप है।
यासिन ने पाकिस्तान की रहने वाली मुशाल हुसैन से निकाह किया। मुशाल ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया है। यासिन और मुशाल की एक बेटी है जिसका नाम रजिया सुल्तान है।
यासीन की तरह मुशाल भी भारत विरोधी है। वह सोशल मीडिया के जरिए भारत के खिलाफ जहर उगलती है और यासीन के आतंकवादी विचारों का समर्थन करती है।
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो यासीन की बेटी रजिया ने विदेश से पढ़ाई की है। यासीन मलिक की बेटी ने भी पिता के नक्शे-कदम पर चलते हुए भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया है।
कश्मीर में आतंक का पर्याय रहे यासीन मलिक के गुनाहों की फेहरिस्त लंबी है। उस पर कश्मीरी पंडितों का नरसंहार, 4 एयरफोर्स जवानों की हत्या,घाटी में हिंसा और टेरर फंडिंग का आरोप है।
1989 में तत्कालीन गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्द सईद की बेटी रुबिया सईद काे अपहरण का मास्टरमाइंड यासीन मलिक था। CBI ने इस मामले में खुद रुबिया को गवाह बनाया था।
यासीन मलिक पर 1990 के दशक में आतंकवाद के बीज बोने के आरोप हैं। कश्मीरी पंडितों के साथ आम नागरिकों का नरसंहार करने और उन्हें घाटी छोड़ने पर विविश करने में भी उसका नाम शामिल रहा।
1990 में मलिक ने श्रीनगर में आतंकियों के साथ मिलकर वायुसेना के चार जवानों की हत्या कर दी थी। यासीन को हत्या के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।
यासीन मलिक पर पाकिस्तानी आतंकियों से संबंध रखने का आरोप है। मलिक ने अफजल गुरु को फांसी देने के विरोध में हाफिज सईद के साथ पाकिस्तान में भूख हड़ताल की थी।
2017 में पत्थरबाजी और टेरर फंडिंग मामले में यासीन को आरोपी बनाया गया। पिछले साल कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। दिल्ली हाईकोर्ट से एनआईए ने यासीन के लिए फांसी की मांग की है।