जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो गया है। राज्य में 3 फेज में वोटिंग होगी। 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर, 2024 को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे।
जम्मू का नाम जम्बू लोचन के नाम पर है, जो 9वीं शताब्दी में शासन करने वाले बेहद ताकतवर सरदार बाहु के भाई थे। राजा बनने के बाद जम्मू ने इसे अपनी राजधानी बनाया था।
जम्बू लोचन राजा बनने के बाद शिकार पर निकलें। तवी नदी पार करते हुए हिरण औरबाघ एक ही तालाब से पानी पीते देखा। उनके मंत्रियों ने बताया यहां की मिट्टी पवित्र है, कोई किसी का शत्रु नहीं
मंत्रियों की बात सुनने के बाद राजा जम्बू लोचन ने इसी जगह अपनी राजधानी बनाने का फैसला किया। इसका नाम जम्बूपुरा रखा, जो बाद में चलकर जम्मू के नाम से फेमस हुआ।
पौराणिक कथा के अनुसार, कश्यप ऋषि के नाम पर कश्मीर का नाम पड़ा। जलोद्भव नाम के राक्षस को मां भगवती ने मारा। बाद में वो हरि पर्वत बन गया, फिर महर्षि कश्यप यहां आकर बसे।
राजतरंगिणी और नीलमत पुराण के अनुसार, कश्मीर में बहुत बड़ी झील हुआ करती थी। कश्यप ऋषि ने यहां से पानी निकाल दिया और इसे खूबसूरत वादी में बदल दिया।
आज जहां कश्मीर बसा है, वहां कभी झील हुआ करती थी, हर तरफ पानी ही पानी था, इसलिए कश्मीर शब्द का मतलब पानी से जुड़ा हुआ ही माना जाता है।