कांग्रेसी नेता मिलिंद देवड़ा ने इस्तीफा दे दिया है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को यह बड़ा झटका लगा है। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई नेताओं ने पार्टी छोड़ा है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता मुरली देवड़ा के बेटे व पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने की उम्मीद है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने 16 मई, 2022 को इस्तीफा दिया। समाजवादी पार्टी समर्थित निर्दलीय के रूप में राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने इसकी घोषणा की थी।
गुलाम नबी आजाद ने 2022 में इस्तीफा दिया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अपनी क्षेत्रीय पार्टी-डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी बना ली है।
गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने मई 2022 में रिजाइन दिया था। राहुल गांधी उन्हें 2019 में पार्टी में लाए थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने पंजाब चुनाव से कुछ दिन पहले फरवरी 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
सुनील जाखड़ ने 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की थी। इसके चलते उन्हें कारण बताओ नोटिस मिला था। इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी।
उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने जनवरी 2022 में कांग्रेस छोड़ दिया था।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2019 में कांग्रेस छोड़ा था। वह अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे कमल नाथ सरकार गिर गई थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद कभी राहुल गांधी के करीबी थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश चुनाव से एक साल पहले 2021 कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए।
कांग्रेस के पूर्व विधायक अल्पेश ठाकोर ने जुलाई 2019 में दो राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ मतदान करने के बाद पार्टी छोड़ दी थी।
कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने पिछले साल जनवरी में पार्टी छोड़ दी थी। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे।