बंगाराम आंसू की बूंद के आकार का द्वीप है। यहां बड़े सुंदर लैगून हैं। समुद्र तट मूंगा रेत से बने हैं। रात में फॉस्फोरसेंट प्लवक के चलते समुद्र से नीली रोशनी आती है।
बंगाराम में पर्यटकों के लिए रिसॉर्ट हैं। यहां आप भीड़भाड़ से मुक्त होकर शांति भरे पल बिता सकते हैं। यह आने लिए अगत्ती से नाव या हेलीकॉप्टर की सवारी करनी होती है।
अगत्ती लक्षद्वीप के सबसे खूबसूरत लैगूनों में से एक है। इस द्वीप पर हवाई अड्डा बना हुआ है। यहां विमान से आने वाले को मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। रनवे के दोनों किनारे समुद्र है।
इंडियन एयरलाइंस अगत्ती के लिए उड़ान संचालित करती है, जिससे यह लक्षद्वीप में सबसे सुलभ द्वीपों में से एक बन जाता है। यहां अच्छे होटल और रिसॉर्ट हैं।
कदमत 8 km लंबा और अपने सबसे चौड़े बिंदु पर केवल 550 मीटर द्वीप है। यहां सुंदर उथले लैगून हैं। यह वाटर स्पोर्ट्स के लिए आदर्श जगह है। यहां के मुख्य आकर्षण लंबे रेतीले समुद्र तट हैं।
कदमत में पानी बेहद साफ है, जिससे यह गोताखोरी के लिए प्रसिद्ध है। यहां पानी के अंदर 20-50 मीटर तक देखा जा सकता है। इस द्वीप पर गैर भारतीयों को भी जाने की इजाजत है।
मिनिकॉय द्वीपों के मुख्य समूह से अलग है। यह उत्तरी समूह से लगभग 200 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। यह 10.6 किलोमीटर लंबा है और एंड्रोट के बाद दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है।
मिनिकॉय सबसे बड़े लैगून में से एक है। इसके दक्षिणी किनारे पर एक छोटा निर्जन टापू विरिंगिली है। मिनिकॉय अपनी संस्कृति, भाषा, पहनावे आदि में द्वीपों के उत्तरी समूह से अलग है।
कल्पेनी की अनोखी विशेषता इसके पूर्वी और दक्षिणपूर्वी तटरेखाओं के साथ मूंगा मलबे का एक विशाल ढेर है। 1847 में आए भयंकर तूफान ने इन तटों पर विशाल मूंगे की चट्टानें फेंक दीं थी।
यह सामाजिक रूप से प्रगतिशील द्वीप है। यहीं पर लड़कियां पहली बार स्कूल जाती थीं, जब महिलाओं की शिक्षा पर रोक थी। यहां विशाल लैगून हैं। यहां वाटर स्पोर्ट्स कराए जाते हैं।
कावारत्ती सबसे विकसित द्वीप है। यहां 52 मस्जिदें हैं, जिनमें सबसे खूबसूरत उजरा मस्जिद है। ऐसा माना जाता है कि मस्जिद के पास एक कुएं के पानी में बीमारी ठीक करने की ताकत है।
कावारत्ती के सुंदर और शांत लैगून पानी के खेल, तैराकी और स्नॉर्कलिंग के लिए आदर्श स्थान है। यहां धूप सेंकना या समुद्र तट पर आराम करना शानदार अनुभव हो सकता है।