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आदित्य एल-1 मिशन में इसरो के वैज्ञानिकों को कई तरह सख्त इंस्ट्रक्शन दिए गए थे जिन्हें फॉलो करना जरूरी था।
आदित्य-एल1 के मुख्य पेलोड पर काम करने वाले सभी वैज्ञानिकों और इंजीनियर्स को किसी भी तरह के परफ्यूम और स्प्रे लगाकर आना मना था।
आदित्य एल1 के मुख्य पेलोड विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VELC) का निर्माण इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स की टीम को किसी भी तरह के परफ्यूम और स्प्रे इस्तेमाल से मनाही थी।
VELC को आधुनिक वाइब्रेशन एंड थर्मोटेक फैसिलिटी में बनाया गया था। क्लीन रूम में जाने के लिए इसके हर सदस्य को अल्ट्रासोनिक क्लीनिंग प्रोसेस से गुजरना पड़ता था
मिशन में कोई अन्य पार्टिकल्स प्रोसेस बाधा न पैदा कर सके इसके लिए हर एक को HEPA फिल्टर, आइसोप्रोपिल एल्कोहल और सख्त प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ा था।
यदि इसरो की तरफ से प्रोटोकॉल को लेकर सख्ती न की जाती तो जरा सी लापरवाही पूरा मिशन खराब हो जाता।