अंडमान-निकोबार करीब 572 छोटे-छोटे द्वीपों का समूह है। इनमें से सिर्फ 38 पर ही लोग रहते हैं।
अंडमान और निकोबार द्वीप 6 नवंबर 1943 को जापान की ओर से भारत को उपहार के तौर पर मिला था। पहले इसे हंडुमन के नाम से जाना जाता था।
अंडमान शब्द मलय भाषा से लिया गया है। इसका अर्थ है हनुमान, जिन्हें मलय लोग हैंडीमैन कहते थे। वहीं, निकोबार शब्द 'नक्कावरम' से आया है, जिसका अर्थ है 'नग्न भूमि'।
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह 1 नवंबर, 1956 को भारत का केंद्र शासित प्रदेश बना। इसमें तीन जिले उत्तर अंडमान, मध्य अंडमान और निकोबार हैं।
पोर्ट ब्लेयर यानी श्री विजयपुरम में सेलुलर जेल है। अंग्रेजों ने इसे राजनीतिक कैदियों और स्वतंत्रता सेनानियों को कैद करने के लिए किया था। इसे 'काला पानी' के नाम से भी जाना जाता है।
26 दिसंबर, 2004 को अंडमान-निकोबार में 9.3 तीव्रता के भूकंप और सुनामी ने भारी तबाही मचाई। इससे समंदर में 30 फीट ऊंची लहरें उठीं। इसमें 2000 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
अंडमान-निकोबार के बैरन द्वीप पर एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। 1787 से अब तक इसमें 10 से ज्यादा बार विस्फोट हो चुका है। आखिरी बार ये ज्वालामुखी 2020 में फटा था।
अंडमान में एक द्वीप है, जिसका नाम तोता आइलैंड है। इस द्वीप पर हजारों की संख्या में तोते रहते हैं।
पांडुनस या निकोबार ब्रेडफ्रूट एक दुर्लभ फल है, जो सिर्फ निकोबार द्वीप में ही पाया जाता है।
अंडमान द्वीप समूह में रहने वाली जनजाति जारवा के साथ टूरिस्ट का बातचीत करना या उनके साथ तस्वीरें खिंचाना इलीगल है।