पी राजागोपाल ने मशहूर साउथ इंडियन रेस्टोरेंट चेन सवर्णा भवन की स्थापना की। इस रेस्टोरेंट का स्वाद लोगों को नहीं भूलता और लोग यहां खींचे चले आते थे। आज भी यह रेस्टोरेंट चल रहा है।
एक सफल होटलियर से हत्यारे तक का सफर तय करने वाले डोसा किंग राजागोपाल की स्टोरी बेहद शॉकिंग है। लेकिन उनकी एक सनक पूरे बिजनेस को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया।
राजागोपाल चेन्नई के पास तूतीकोरन के एक प्याज व्यवसायी के बेटे थे। वे घर से अपने सपनों को पूरा करने के लिए चेन्नई पहुंचे। फिर चाय की दुकान खोली और ग्रोसरी स्टोर में नौकरी भी की थी।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि राजागोपाल को एक ज्योतिषी ने ऐसा बिजनेस करने की सलाह दी, जिसमें आग का प्रयोग होता हो। फिर राजागोपाल ने डोसा बनाने और बेचने का बिजनेस स्टार्ट किया।
यह बिजनेस इतना पॉपुलर हुआ कि लोग उन्हें डोसा किंग के नाम से बुलाने लगे। फिर राजागोपाल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और कुछ ही सालों में सवर्णा रेस्टोरेंट चेन की स्थापना कर डाली।
इसी बीच ज्योतिषी ने राजागोपाल को शादी की सलाह दी और कहा कि इसके बाद उसका बिजनेस और चमक जाएगा। यहीं से राजागोपाल की जिंदगी में तूफान आने की शुरूआत हो गई।
ज्योतिषी की सलाह के बाद राजागोपाल सवर्णा के चेन्नई ब्रांच में असिस्टेंट मैनेजर रामास्वामी की बेटी जीवज्योति से शादी करना चाहते थे। वे जीवज्योति की पीछे पालगों जैसे सनकी हो गए।
दो शादियां पहले कर चुके राजागोपाल जीवज्योति के पीछे दिवाना थे। इसी दिवानगी में उसने जीवज्योति के पति का मर्डर कर डाला। बाद में कोर्ट ने राजागोपाल को हत्या का दोषी करार दिया।
राजगोपाल ने मर्डर के बाद 2001 में सरेंडर किया और 2003 में हत्या का दोष साबित हुआ। इसके बाद सजायाफ्ता राजागोपाल का निधन 9 जुलाई 2019 को गया।