गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने कच्छ के हरामी नाला का दौरा किया है। साथ ही बीएसएफ के निगरानी प्वाइंट तक भी पहुंचे, जहां से एरिया की निगरानी की जाती है।
हरामी नाला भारत और पाकिस्तान के बॉर्डर पर है। पहले भी यहां से कई बार घुसपैठ की कोशिशें की जा चुकी हैं। यह काफी संवेदनशील एरिया माना जाता है।
इस एरिया की संवेदनशीलता को देखते हुए बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स चौबीसों घंटे निगरानी करता है। यही वजह है कि अब इस इलाके से घुसपैठ की कोशिशें न के बराबर होती हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारत-पाक बॉर्डर पर जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का शिलान्यास भी किया है। यह एरिया में सुरक्षा पुख्ता करने के लिए किया गया है।
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने भी प्रेस रिलीज जारी करके बताया है कि कच्छ में सुरक्षा के लिहाज से कई प्रोजेक्ट्स की शुरूआत हुई है। केंद्रीय गृहमंत्री ने शिलान्यास किया है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि सीमाओं की सुरक्षा मजबूत की जाए। इसी उद्देश्य की वजह से कच्छ में यह प्रोजेक्ट्स लांच किए जा रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कोटेश्वर का भी दौरा किया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार वहां पर बीएसएफ की नौकाओं का विधिवत संचालन किया जाता है।
पाकिस्तान की सीमा से लगे कच्छ के सरक्रीक इलामें में हरामी नाला है। यह पूरी तरह से प्रतिबंधित क्षेत्र है। यहां करीब 8 किलोमीटर तक लंबा खतरनाक दलदल है।
हरामी नाला को दुनिया के सबसे खतरनाक सरहद में से एक माना जाता है। दलदल की वजह से यहां पर दो कदम भी चलना मुश्किल होता है।
यह भी माना जाता है कि 26/11 के हमलावर इसी हरामी नाले से होकर भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे। उसके बाद से ही यहां निगरानी टावर लगा दिया गया है। अब और बेहतर निगरानी होगी।