उत्तरकाशी के टनल में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया। बचाव अभियान में अंतरराष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने हीरो की भूमिका निभाई। भारत उन्हें धन्यवाद दे रहा है।
12 नवंबर को उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग में हादसा हुआ था और 41 मजदूर फंस गए थे। उन्हें बचाने के लिए भारत सरकार ने सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स को बुलाया था।
अर्नोल्ड इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन (जिनेवा) के प्रमुख हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले हैं। वह भूविज्ञानी, इंजीनियर और वकील भी हैं।
अर्नोल्ड ने 2016 से 2109 तक कतर रेड क्रिसेंट सोसाइटी में काम किया था। उन्होंने जमीन के नीचे स्थित सुरंगों में होने वाली घटनाओं के लिए बेहतर प्रतिक्रिया विकसित करने में मदद की।
सिल्कयारा सुरंग बचाव अभियान में अर्नोल्ड ने बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी विशेषता का लाभ बचाव अभियान में लगी एजेंसियों को दिया। वह लगातार बचाव अभियान में जुटे रहे।
बचाव अभियान के दौरान बाधा आई और ऑगर मशीन टूट गया तो अर्नोल्ड ने वादा किया था कि मजदूरों को क्रिसमस से पहले निकाल लिया जाएगा। मैनुअल ड्रिलिंग से यह काम काफी पहले हो गया।
बचाव अभियान के दौरान बाधा आने पर सुरंग के मुहाने के पास मंदिर की स्थापना की गई थी। अर्नोल्ड ने मंदिर में पूजा की। उनकी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब शेयर की गई।
बचाव अभियान पूरा होने और सभी 41 मजदूरों के निकाले जाने के बाद डिक्स ने कहा, "पहाड़ ने हमें एक बात बताई है, वह है विनम्र होना।"