AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में शपथ के बाद जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन का नारा लगाया।
जय फिलिस्तीन कहने पर ओवैसी की चौतरफा आलोचना हो रही है। वैसे, किसी भी सांसद को एक विदेशी राज्य के प्रति निष्ठा रखने को लेकर आखिर क्या कहता है कानून, जानते हैं।
संविधान विशेषज्ञों की मानें तो संसद में 'जय फिलिस्तीन' का नारा लगाने वाले ओवैसी की लोकसभा सदस्यता खतरे में पड़ सकती है।
इतना ही नहीं, विदेशी राज्य से जुड़ाव के चलते असदुद्दीन ओवैसी को लोकसभा सदस्य के रूप में अयोग्य तक ठहराया जा सकता है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नियमों के अनुसार किसी भी सदन के सदस्य को किसी विदेशी राज्य के प्रति निष्ठा दिखाने पर उसको लोकसभा या किसी भी सदन की सदस्यता से अयोग्य ठहराया जा सकता है।
असदुद्दीन ओवैसी ने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से BA किया। इसके बाद लंदन के लिंकन इन में बैचलर ऑफ लॉ और बैरिस्टर-एट-लॉ की पढ़ाई की और वकील बने।
अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले ओवैसी पहली बार 2004 में हैदराबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे। तब से अब तक वे लगातार 5 बार सांसद बन चुके हैं।