आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वानों में से एक थे। उनकी बताई नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक है, जो हमें जीवन में उतारना चाहिए। जानें चाणक्य की ऐसी ही 6 नीतियां…
आग में कभी भी घी नहीं डालनी चाहिए। अर्थात क्रोधी व्यक्ति को अधिक क्रोध नहीं दिलाना चाहिए, नहीं तो दूसरों के साथ-साथ खुद का भी नुकसान कर सकता है।
मनुष्य की वाणी ही विष और अमृत की खान है। यानी आपकी बोली गई बातों से ही कोई व्यक्ति आपका दोस्त या दुश्मन बन सकता है।
कठिन समय के लिए धन की रक्षा करनी चाहिए क्योंकि बुरे समय में जब कोई काम नहीं आता उस समय पैसा ही काम आता है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, वृद्धजन की सेवा ही विनय का आधार है। वृद्ध सेवा अर्थात ज्ञानियों की सेवा से ही ज्ञान प्राप्त होता है।
आचार्य चाणक्य का कहा है कि जहां लक्ष्मी (धन) का निवास होता है, वहां सहज ही सुख-सम्पदा आ जुड़ती है। धनहीन व्यक्ति का जीवन व्यर्थ है।
सींग और बड़े नाखून वाले पशुओं पर भूलकर भी भरोसा न करें। ये कब किस पर वार कर दें, कुछ कहा नहीं जा सकता।