गणेश चतुर्थी 7 सितंबर, शनिवार को है। इस दिन श्रीगणेश की पूजा में कुछ चीजें भूलकर भी न चढ़ाएं, साथ ही कुछ अन्य बातों का ध्यान रखें। जानें पूजा से जुड़े खास नियम…
भगवान श्रीगणेश की पूजा में तुलसी के पत्ते भूलकर भी न चढ़ाएं। तुलसी के पत्ते श्रीगणेश की पूजा में निषेध है। इससे जुड़ी कथा भी धर्म ग्रंथों में मिलती है।
विद्वानों के अनुसार, भगवान श्रीगणेश की पूजा में केतकी के फूल भी नहीं चढ़ाने चाहिए। ऐसा करने से पूजा से संबंधित शुभ फल नहीं मिल पाते।
भगवान श्रीगणेश की पूजा में काले रंग की चीजें जैसे फूल, कपड़े, फल, भोग आदि नहीं चढ़ाने चाहिए। गणेश पूजा के लिए ये चीजें अशुभ मानी जाती हैं।
भगवान श्रीगणेश की पूजा में चावल का उपयोग जरूर होता है लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि ये चावल टूटे हुए न हो। संपूर्ण चावल ही श्रीगणेश को चढ़ाएं।
भगवान श्रीगणेश को अशुद्धतापूर्वक बनाया गया भोग भूलकर भी न लगाएं। अशुद्धतापूर्वक यानी बिना स्नान किए या बिना हाथ धोए।
विद्वानों के अनुसार, भगवान गणेश की पूजा करते समय उन्हें कुछ न कुछ जरूर चढ़ाएं। खाली हाथ श्रीगणेश की पूजा करना शुभ नहीं माना जाता।
भगवान श्रीगणेश के भक्तों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें बेईमानी करने वाले और झूठ बोलने वाले लोग बिल्कुल पसंद नहीं है। इनकी पूजा वे स्वीकार नहीं करते।
जो लोग अपने माता-पिता का अनादर करते हैं। भगवान श्रीगणेश उन लोगों की पूजा भी स्वीकार नहीं करते। श्रीगणेश के भक्त इस बात का भी विशेष रूप से ध्यान रखें।