धर्म ग्रंथों के अनुसार, जिस मंगलवार को चतुर्थी तिथि का संयोग बनता है, उसे अंगारक चतुर्थी कहते हैं। इस दिन मंगल ग्रह के उपाय करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
इस बार 13 फरवरी को अंगारक चतुर्थी का संयोग बन रहा है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल ठीक नहीं है, वे यदि इस दिन कुछ उपाय करें तो उन्हें शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं…
मंगल नवग्रहों में प्रमुख है। इन्हें ग्रहों का सेनापति भी कहते हैं। 13 फरवरी को अंगारक चतुर्थी पर मंगलदेव की पूजा करें। संभव हो तो मंगलदेव के मंत्रों का जाप भी विधि-विधान से करें।
मंगल ग्रह से संबंधित शुभ फल शुभ फल पाने के लिए अंगारक चतुर्थी पर कुछ खास चीजों जैसे-मसूर की दाल, गेहूं, गुड़, तांबे के बर्तन, दूध देने वाली गाय, लाल चंदन, लाल मिठाई का दान करें।
13 फरवरी को अंगारक चतुर्थी के शुभ योग में हनुमानजी की प्रतिमा पर सिंदूर और चमेली के तेल से चोला चढ़ाएं। इस उपाय से भी आपको मंगल के साथ हनुमान की कृपा भी बनी रहेगी।
मंगल के अशुभ फल से बचने के लिए 13 फरवरी को अंगारक चतुर्थी के शुभ योग में अपने आस-पास किसी मंदिर में लाल रंग का ध्वज लगवाएं। इससे भी मंगलदेव प्रसन्न होते हैं।
जिन लोगों पर मंगल का अशुभ प्रभाव है, वे लोग अंगारक चतुर्थी के शुभ योग में अपने घर में मंगल यंत्र की स्थापना कर रोज इसका पूजन करें। इससे इनकी परेशानियां दूर हो सकती हैं।