धर्म ग्रंथों में भोजन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। इन बातों का ध्यान में रखकर भोजन करने से शुभ फल मिलते हैं और शरीर भी निरोगी बना रहता है। जानें भोजन से जुड़ी ये बातें…
वशिष्ठ और लघुहारित स्मृति ग्रंथ के अनुसार खाना खाते वक्त पूर्व दिशा की ओर मुंह हो तो उम्र बढ़ती है। भोजन भी इसी दिशा में मुख करके पकाना चाहिए।
वामन पुराण का कहना है कि खाना खाते समय दक्षिण दिशा की ओर मुंह होता है तो गुस्सा और बुरे विचार बढ़ते हैं। वहीं पश्चिम दिशा की ओर मुंह हो तो रोग बढ़ते हैं।
महाभारत के अनुसारत भोजन बनाते समय गुस्सा और तनाव नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही ये भी बताया गया है कि टूटे-फूटे बर्तनों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
कूर्म पुराण के अनुसार, खड़े होकर, गीले कपड़ों में, जूते-चप्पल पहने हुए, बिस्तर पर बैठकर या किसी मंदिर और देव स्थान पर भोजन नहीं करना चाहिए।
कूर्म पुराण में ये भी कहा गया है कि न तो रोते हुए या दुखी होकर खाना खाना चाहिए। इसके साथ ही खाना खाते समय हंसना मना है और बातें भी नहीं करना चाहिए।