Spiritual

Chaitra Navratri: वो कौन-सी सब्जी है, जिसे महिलाएं नहीं काट सकतीं?

Image credits: Getty

सात्विक बलि देने की परंपरा

इन दिनों चैत्र नवरात्रि का पर्व चल रहा है। इन पर्व के दौरान कुछ स्थानों पर देवी को पशु बलि दी जाती है, वही कुछ मंदिरों में सात्विक बलि देने की परंपरा है। जानें क्या है सात्विक बलि…

Image credits: adobe stock

क्या है सात्विक बलि?

सात्विक बलि में एक खास सब्जी का उपयोग होता है, जिसे काटकर देवी को चढ़ाया जाता है। मान्यता है कि इस बलि से भी देवी मां प्रसन्न होती हैं और हर कामना पूरी करती हैं।

Image credits: Getty

किस सब्जी की देते हैं सात्विक बलि?

अनेक मंदिरों में सात्विक बलि के रूप में देवी को कद्दू जिसे कोहढ़ा भी कहते हैं, चढ़ाया जाता है। देवी को बलि रूप में चढ़ाने वाला कद्दू पीला न होकर भूरे रंग का होता है।

Image credits: Getty

पशु बलि के समान मिलता है फल

चैत्र नवरात्रि के दौरान जिन मंदिरों में पशु बलि देने की मनाही होती है, वहां देवी को कद्दू की बलि देने की परंपरा है। कद्दू की बलि पशु बलि के समान ही फल देने वाली मानी गई है।

Image credits: Getty

इसलिए महिलाएं नहीं काटती कद्दू?

मान्यताओं के अनुसार, बलि देने का कार्य पुरुष ही कर सकते हैं, महिलाएं नहीं। इसलिए कद्दू कभी भी महिलाएं नहीं काटती, क्योंकि ऐसा करना बलि देने जैसा माना गया है।

Image credits: Getty

देवी कूष्मांडा को प्रिय है कद्दू

देवी पुराण के पुराण नवरात्रि के चौथे दिन देवी कूष्मांडा की पूजा विशेष रूप से की जाती है। देवी कूष्मांडा को कद्दू की बलि देने से हर परेशानी दूर हो सकती है, ऐसी मान्यता है।

Image credits: Getty