चाणक्य ने लाइफ मैनेजमेंट से जुड़े कईं ग्रंथ लिखे हैं, नीति शास्त्र में भी इनमें से एक है। आचार्य चाणक्य ने अपने एक सूत्र में बताया है कि कौन-से 4 काम करने के बाद नहाना जरूरी है…
अगर आप किसी शवयात्र में जाएं तो वापस आकर जरूर नहाना चाहिए। शव के जलने से उठने वाला धुआं हमारी सेहत पर बुरा असर डालता है, इसलिए शवयात्रा के बाद नहाना जरूरी है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जब भी हम तेल मालिश करवाएं तो कुछ देर बाद आवश्यक रूप से स्नान करें, तभी हमें तेल मालिश से जुड़े फायदे मिल पाएंगे।
स्त्री हो या पुरुष, प्रेम-प्रसंग (काम क्रिया) के बाद भी नहाना जरूरी माना गया है। इस काम के बाद स्त्री और पुरुष, दोनों ही अपवित्र हो जाते हैं। पवित्र होने के लिए नहाना आवश्यक है।
जब भी कभी बाल कटवाएं या शेविंग बनवाएं तो इसके तुरंत स्नान करना चाहिए। बाल कटवाने से शरीर अशुद्ध हो जाता है, इसकी शुद्धि के लिए नहाना बहुत जरूरी माना गया है।