महाभारत से जुड़ी कईं ऐसी बातें हैं, जिनके बारे में लोगों को पूरी तरह से जानकारी नहीं है। भीम द्वारा दु:शासन की छाती का खून पीना भी इनमें से एक है। आगे जानिए इससे जुड़ी खास बातें…
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दु:शासन ने किया था वस्त्र हरण
महाभारत के अनुसार, दुर्योधन के कहने पर दु:शासन द्रौपदी के बाल पकड़कर सभा में लेकर आया और सभी के सामने वस्त्रहरण किया। तब श्रीकृष्ण ने द्रौपदी के मान की रक्षा की।
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भीम ने ली थी प्रतिज्ञा
द्रौपदी का वस्त्र हरण होता देख भीम ने प्रतिज्ञा ली थी कि वे युद्ध के दौरान दु:शासन का वध करेंगे और उसकी छाती का खून भी पीएंगे। जिसने भी ये भीषण प्रतिज्ञा सुनी, वह सन्न रह गया।
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ये दृश्य देखकर डर गए थे सभी
कुरुक्षेत्र मैदान में युद्ध के दौरान भीम ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और दु:शासन का वध कर उसकी छाती फोड़कर सबसे सामने उसका खून भी पीया। जिसने भी ये दृश्य देखा वह डर गया।
युद्ध समाप्त होने के बाद जब पांडव हस्तिनापुर गए तो वे सबसे पहले महाराज धृतराष्ट्र और गांधारी के पास गए। गांधारी इस बात को लेकर क्रोधित थी कि भीम ने दु:शासन का खून पीया था।
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भीम ने बताई सच्चाई
जब गांधारी ने भीम से इसके बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि दु:शासन का खून सिर्फ मेरे दांतों तक पहुंचा था, वो खून मैंने पीया नहीं था। ये बात सुनकर गांधारी का क्रोध शांत हो गया।