कैसे लोग धरती पर ही लेते हैं स्वर्ग के मजे? जानें आचार्य चाणक्य से
Spiritual Jan 12 2025
Author: Manish Meharele Image Credits:whatsapp@Meta AI
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चाणक्य ने बनाया अखंड भारत
जब हमारा देश अलग-अलग जनपदों में बंटा हुआ था, उस समय आचार्य चाणक्य ने इसे एक सूत्र में पिरोया और अखंड भारत का निर्माण किया। उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य को अखंड भारत का सम्राट बनाया।
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कैसे लोगों के लिए धरती पर ही स्वर्ग?
आचार्य चाणक्य ने ने नीतियों में लाइफ मैनेजमेंट के कईं टिप्स बताए हैं। उन्होंने अपनी एक नीति में बताया है कि कैसे लोगों के लिए धरती पर ही स्वर्ग होता है। जानें क्या है ये नीति…
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चाणक्य नीति के अनुसार
यस्य पुत्रो वशीभूतो भार्या छन्दानुगामिनी विभवे यश्च सन्तुष्टस्तस्य स्वर्ग इहैव हि अर्थ-जिसकी संतान आज्ञाकारी हो, पत्नी सुंदर-सुशील हो और धन हो ऐसे लोगों के लिए धरती पर ही स्वर्ग है
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संतान का आज्ञाकारी होना जरूरी
चाणक्य के अनुसार, वर्तमान समय में संतान का आज्ञाकारी होना बहुत जरूरी है। संतान यदि सही सही मार्ग है तो माता-पिता की एक बहुत बड़ी टेंशन अपने आप ही दूर हो जाती है।
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पत्नी हो सुंदर और सुशील
जिन पुरुषों की पत्नी सुंदर और बात मानने वाली हो तो ऐसे पुरुष का जीवन हमेशा सुखी रहता है। पति-पत्नी के बीच उचित तालमेल ही गृहस्थ जीवन के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है।
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धन का होना भी जरूरी
ऊपर बताए गए दो सुख होने बाद यदि पर्याप्त मात्रा में धन हो तो ऐसे व्यक्ति के लिए धरती पर ही स्वर्ग होता है क्योंकि धन होने से समाज में मान-सम्मान भी अपने आप ही मिल जाता है।