क्रिसमस से जुड़ी कईं परंपराएं हैं, सांता क्लॉज भी इनमें से एक है। सांता क्लॉज कौन था और ये परंपरा कैसे शुरू हुई, ये कम ही लोग जानते हैं। आगे जानिए सांता क्लॉज से जुड़ी खास बातें…
संत निकोलस को पहला सांता क्लॉज माना जाता है। इनका नाम जीसस की मृत्यु के 280 साल हुआ था। ये ईसाई धर्म के पादरी और बाद में बिशप बने। वे अक्सर जरूरतमंदों की मदद करते थे।
संत निकोलस रात को रूप बदलकर लोगों की मदद करते थे। संत निकोलस और जीसस के जन्म का सीधा संबंध नहीं रहा है फिर भी आज के समय में सांता क्लॉज क्रिसमस का अहम हिस्सा है।
सांता क्लॉज लाल कपड़े ही पहनते हैं, इसके पीछे का कारण है कि ये रंग खुशी और प्यार का प्रतीक है। ये अपनेपन को दर्शाता है। यही कारण है कि सांता क्लॉज हमेशा लाल कपड़े ही पहनते हैं।
सांता क्लॉज को अनेक फिल्मों और वीडियोज में हो…हो…हो…करते दर्शया जाता है। इसका का मतलब है कि सांता खुश हैं और इसलिए वे हंसकर अपना उत्साह जाहिर कर रहे हैं।
संत निकोलस की मृत्यु के बाद लोगो में सांता को लेकर कई तरह की बातें की जाने लगी, जैसे सांता का घर उत्तरी ध्रुव पर है और वे उड़ने वाले रेनडियर्स की गाड़ी पर सवार होकर चलते हैं।