इस बार दीपावली 31 अक्टूबर, गुरुवार मनाई जाएगी। दिवाली से पहले झाड़ू भी विशेष रूप से खरीदी जाती है और इसकी पूजा भी की जाती है। जानें क्या है इस परंपरा के पीछे की वजह…
दीपावली के मौके पर पूजन के लिए अनेक चीजें खरीदी जाती हैं, झाड़ू भी इनमें से एक है। दीपावली पर झाड़ू की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। इसके पीछे मनोवैज्ञानिक कारण है।
देखा जाए तो झाड़ू से ही हम सुबह-शाम अपने घर की साफ-सफाई करते हैं और गंदगी को बाहर निकालते हैं यानी घर को स्वच्छ रखने में झाड़ू की अहमियत सबसे ज्यादा होती है।
घर साफ-स्वच्छ रहेगा तो इससे निगेटिविटी खत्म होगी और पॉजिटिविटी बनी रहेगी। जिस घर में पॉजिटिविटी रहती है, वहीं देवी लक्ष्मी ठहरती हैं और सुख-समृद्धि व शांति बनी रहती है।
दीपावली के मौके पर झाड़ू की पूजा करके हम उसका आभार प्रकट करते हैं कि आपके ही उपयोग से हमारे घर में साफ-सफाई होती है जिससे हम स्वच्छ वातावरण में रहते हैं।
दरअसल सनातन धर्म में हर उस वस्तु की पूजा की जाती है जो हमारे लिए उपयोगी होती है। झाड़ू की पूजा भी उसी परंपरा का एक हिस्सा है जो हमें विनम्र बने रहना भी सिखाता है।