Hindi

लाइफ को Tension Free कर देंगे भगवान Ganesha के ये 8 अचूक 'मंत्र'

Hindi

बुद्धि के देवता

गजानन को बुद्धि का देवता कहा जाता है। वे हर काम को बहुत सोच-विचार के करते हैं। इस वजह से उन्हें प्रथम पूज्य होने का सम्मान मिला।

Image credits: Getty
Hindi

कर्तव्यनिष्ठा

मां पार्वती की आज्ञा पर लंबोदर उस जगह पर अड़े रहे जहां उन्हें अंदर किसी की भी एंट्री नहीं देने के लिए नियुक्त किया गया था। इसी वजह से भगवान शंकर ने उनका सिर धड़ से अलग कर दिया था।

Image credits: Getty
Hindi

क्षमा करके भुला देने की आदत

भगवान गणेश का सिर उनके पिता शिव-शंभु ने ही काट दिया था। वहीं चंद्रमा ने उनकी कद-काठी पर उपहास उड़ाया था। लेकिन विनायक ने दोनों को माफ कर दिया।

Image credits: Getty
Hindi

दोस्ती में छोटा- बड़ा नहीं

गणेश जी के मित्र मूसक माने जाते हैं।  विनायक मानते हैं कि मूसक भले ही छोटे हैं लेकिन इससे उनकी इंपोर्टेस कम नहीं हो जाती है। वे वो हर काम करते हैं जो दूसरे प्राणी करते हैं। 

Image credits: Getty
Hindi

टूटे दांत से लिखा महाभारत ग्रंथ

महाभारत ग्रंथ वेद व्यास की रचना थी, जिसे भगवान गणेश ने लिपिबध्द किया था। इसके लिए उन्होंने अपने टूटे दांत का इस्तेमाल किया था। वे हर उपयोगी सामान का सदुपयोग करना सिखाते हैं।

Image credits: Pinterest
Hindi

रिश्तों को सम्मान

सीख- लंबोदर हमेशा रिश्तों को सम्मान देने वाले हैं। वे अपने भाई और बहन पर आए संकट से निपटने का दायित्व भी बखूबी निभाते हैं।

Image credits: social media
Hindi

खाने में मन लगाना

मौजूदा दौर में लोग खाते-खाते कई काम निपटाते हैं, या यूं कहें तो हमलोग भोजन को ठीक से चबाते ही नहीं हैं, वहीं लंबोदर भोजन के प्रति पूरी तरह सचेत रहना सिखाते हैं।

Image credits: Getty
Hindi

लंबोदर

 गणेश जी बड़े सहनशील हैं, और किसी भी हालातों का सामना शांति और धैर्य के साथ करते हैं। उनका बढ़ा हुआ पेट भी उनके इस गुण को प्रदर्शित करता है।  

Image credits: Pinterest

Hartalika Teej 2024 पर करें राशि अनुसार उपाय, लव लाइफ रहेगी खुशहाल

‘कालभैरव को शराब क्यों चढ़ाते हैं?’ बाबा बागेश्वर से बताई रोचक वजह

Hindu Tradition: विवाह के दौरान क्यों बोला जाता है ‘शुभ-मंगल-सावधान‘?

घर, दुकान या फैक्ट्री में कब करें गणेश प्रतिमा स्थापना? 7 शुभ मुहूर्त