लाइफ को Tension Free कर देंगे भगवान Ganesha के ये 8 अचूक 'मंत्र'
Spiritual Sep 06 2024
Author: Rupesh Sahu Image Credits:Getty
Hindi
बुद्धि के देवता
गजानन को बुद्धि का देवता कहा जाता है। वे हर काम को बहुत सोच-विचार के करते हैं। इस वजह से उन्हें प्रथम पूज्य होने का सम्मान मिला।
Image credits: Getty
Hindi
कर्तव्यनिष्ठा
मां पार्वती की आज्ञा पर लंबोदर उस जगह पर अड़े रहे जहां उन्हें अंदर किसी की भी एंट्री नहीं देने के लिए नियुक्त किया गया था। इसी वजह से भगवान शंकर ने उनका सिर धड़ से अलग कर दिया था।
Image credits: Getty
Hindi
क्षमा करके भुला देने की आदत
भगवान गणेश का सिर उनके पिता शिव-शंभु ने ही काट दिया था। वहीं चंद्रमा ने उनकी कद-काठी पर उपहास उड़ाया था। लेकिन विनायक ने दोनों को माफ कर दिया।
Image credits: Getty
Hindi
दोस्ती में छोटा- बड़ा नहीं
गणेश जी के मित्र मूसक माने जाते हैं। विनायक मानते हैं कि मूसक भले ही छोटे हैं लेकिन इससे उनकी इंपोर्टेस कम नहीं हो जाती है। वे वो हर काम करते हैं जो दूसरे प्राणी करते हैं।
Image credits: Getty
Hindi
टूटे दांत से लिखा महाभारत ग्रंथ
महाभारत ग्रंथ वेद व्यास की रचना थी, जिसे भगवान गणेश ने लिपिबध्द किया था। इसके लिए उन्होंने अपने टूटे दांत का इस्तेमाल किया था। वे हर उपयोगी सामान का सदुपयोग करना सिखाते हैं।
Image credits: Pinterest
Hindi
रिश्तों को सम्मान
सीख- लंबोदर हमेशा रिश्तों को सम्मान देने वाले हैं। वे अपने भाई और बहन पर आए संकट से निपटने का दायित्व भी बखूबी निभाते हैं।
Image credits: social media
Hindi
खाने में मन लगाना
मौजूदा दौर में लोग खाते-खाते कई काम निपटाते हैं, या यूं कहें तो हमलोग भोजन को ठीक से चबाते ही नहीं हैं, वहीं लंबोदर भोजन के प्रति पूरी तरह सचेत रहना सिखाते हैं।
Image credits: Getty
Hindi
लंबोदर
गणेश जी बड़े सहनशील हैं, और किसी भी हालातों का सामना शांति और धैर्य के साथ करते हैं। उनका बढ़ा हुआ पेट भी उनके इस गुण को प्रदर्शित करता है।