हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से एक विवाह है। विवाह के अंतर्गत कईं परंपराएं निभाई जाती है। इन परंपराओं से जुड़ी कोई न कोई वजह जरूर होती है, आम लोग इनके बारे में नहीं जानते।
विवाह के दौरान हस्तमिलाप, वरमाला या फेरे के समय विवाह करवाने वाले पंडित जोर-जोर से ‘शुभ-मंगल-सावधान’ बोलते हैं। ऐसा क्यों करते हैं, इसके बारे में कम ही लोगों को जानकारी है।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा के अनुसार, ‘विवाह के दौरान शुभ-मंगल-सावधान जरूर बोला जाता है। शुभ का अर्थ है आपका आने वाला जीवन सुखी और संपन्न रहे।’
ज्योतिषाचार्य पं. शर्मा के अनुसार, ‘मंगल शब्द अपने आप में ही मंगल करने वाला है। उस समय यदि कोई अमंगल की स्थिति बन रही हो तो उसे नष्ट करने के लिए मंगल शब्द बोला जाता है।’
ज्योतिषाचार्य पं. शर्मा के अनुसार, ‘सावधान शब्द का उच्चारण सारे देवताओं जैसे अग्नि, चंद्र या सूर्य, और ब्राह्मणों को सचेत करके नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए किया जाता है।
ज्योतिषाचार्य पं. शर्मा के अनुसार, ‘इस तरह शुभ-मंगल-सावधान बोलकर नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया जाता है ताकि उनका आने वाला जीवन सुखी और समृद्धि बना रहे।