7 सितंबर, शनिवार को गणेश चतुर्थी है। इस दिन यदि राशि अनुसार, कुछ उपाय किए जाएं तो आने वाली हर परेशानी से बचा जा सकता है। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…
गणेश चतुर्थी के दिन इस राशि के लोग श्रीगणेश को हल्दी लगी दूर्वा चढ़ाएं। ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें। इससे इनकी परेशानियां कम हो सकती हैं।
इस राशि वाले लोग गणेश चतुर्थी पर प्रथम पूज्य श्रीगणेश को सफेद फूल इत्र लगाकर चढ़ाएं। मावे के लड्डू का भोग लगाएं। ऊँ गं ऊँ गं मंत्र का जाप करें। इससे लाभ होगा।
इस राशि वाले दूर्वा की माला बनाकर श्रीगणेश को चढ़ाएं। ऊँ श्री गं गणाधिपतये नम: मंत्र का जाप करें। गुड़-चने का भोग भी लगाएं। परेशानी दूर होगी।
भगवान श्रीगणेश को सफेद आंकड़े के फूलों की माला बनाकर अर्पित करें। ऊँ श्री श्वेतार्क देवाय नम: का जाप 108 बार करें। आपकी सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
ये लोग 108 दूर्वा पर कुंकुम लगाकर श्रीगणेश को चढ़ाएं। गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाएं। इससे आपके जीवन में आने वाले संकट दूर हो सकते हैं।
गणेश चतुर्थी पर गणनायक को साबूत हरे मूंग व गुड़ चढ़ाएं। श्री वक्रतुण्डाय नम: मंत्र का जाप करें। आपके सभी रूके हुए काम आसानी से हो सकते हैं।
श्रीगणेश को सवा किलो मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाएं। श्रीगणेश स्त्रोत का पाठ करें। बाप्पा की कृपा से संकटों का निवारण जल्दी ही होगा।
गणेश चतुर्थी पर इस राशि के लोग श्रीगणेश को लाल रंग की मिठाई या फल का भोग लागएं। श्री विघ्नहरण संकट हरणाय नम: का जाप करें, सभी मनोकामना पूरी होगी।
इस राशि वाले हल्दी की 5 साबूत गांठ श्रीगणेश को चढ़ाएं। श्री गणाधिपतये नम: मंत्र का जाप भी करें। बाप्पा आपके हर संकट का निवारण जल्दी करेंगे।
ये लोग गणेश चतुर्थी पर काले तिल श्रीगणेश को अर्पित करें। साथ ही गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ भी करें। इससे आने वाले सभी संकट टल सकते हैं।
श्रीगणेश को हल्दी का तिलक लगाएं। गुड़ से बने मोदक का भोग लगाएं। ऊँ गं गणपतयै नम: का जाप करें। इस उपाय से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
गणेश चतुर्थी पर इस राशि के लोग पीले पीले फूल व दूर्वा की माला बनाकर श्री गणेशजी को चढ़ाएं। चने की दाल और गुड़ किसी मंदिर के अन्नक्षेत्र में दान करें।