सूर्य एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में जाता है तो इसे संक्रांति कहते हैं। सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करता है मकर संक्रांति और सिंह राशि में जाता है तो सिंह संक्रांति होती है।
जब सूर्य सिंह राशि में जाता है तो ज्योतिष में इसे सिंह संक्रांति कहा जाता है, लेकिन हिमाचल प्रदेश और इसके आस-पास के क्षेत्रों में में इसे घी संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
सूर्य 17 अगस्त, गुरुवार को कर्क से निकलकर सिंह राशि में जाएगा। सूर्य के सिंह राशि में जानें से यह सिंह संक्रांति कहलाएगी और हिमाचल में इस दिन घी संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश में इस दिन घी विशेष रूप से खाया जाता है, इसलिए इसे घी संक्रांति कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन घी खाने से याददाश्त, बुद्धि, बल और ऊर्जा में वृद्धि होती है।
घी संक्रांति से जुड़ी एक मान्यता ये भी है कि इस दिन जो भी व्यक्ति घी खाता है, उसकी कुंडली में यदि राहु-केतु से संबंधित कोई दोष है तो उसका अशुभ प्रभाव कम हो जाता है।