इस बार गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई, सोमवार को है। इस दिन गुरु पूजा की परंपरा है। किसी का कोई गुरु न हो तो शुभ फल के लिए वह व्यक्ति क्या करे, इसका विधान भी शास्त्रों में है…
गुरु पूर्णिमा महर्षि वेदव्यास के जन्म दिवस के रूप में मनाते हैं। ये भगवान विष्णु के ही अवतार हैं। गुरु न हो तों आप भगवान विष्णु की पूजा कर भी पुण्य फल प्राप्त कर सकते हैं।
देवताओं के गुरु हैं बृहस्पति। गुरु पूर्णिमा पर इनकी पूजा भी शुभ फलदाई मानी जाती है। गुरु पूर्णिमा पर गुरु ग्रह के मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, गुरु न हो तो हनुमानजी को ही अपना गुरु मानकर इनकी पूजा करें। लाल वस्त्र अर्पित करें और इनके मंत्रों का जाप भी करें। इससे हर संकट दूर हो सकता है।
अगर आपका कोई धार्मिक या आध्यात्मिक गुरु न हो तो अपने शिक्षकों का सम्मान भी आप कर सकते हैं। शाल, श्रीफल, पेन आदि चीजें उपहार में देकर पैर छूकर इनका आशीर्वाद लें।