18 सितंबर, सोमवार को हरतालिका तीज व्रत है। इस दिन अगर राशि अनुसार उपाय किए जाएं तो लव लाइफ की परेशानियां दूर हो जाती हैं। आगे जानिए राशि अनुसार इन उपायों के बारे में…
इस राशि का स्वामी मंगल देव हैं। इस राशि की महिलाएं हरतालिका तीज पर भगवान शिव को सफेद और देवी पार्वती को लाल वस्त्र अर्पित करें। इससे इनकी हर इच्छा पूरी हो सकती है।
इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है। इस राशि वाली महिलाएं तीज व्रत के दौरान देवी पार्वती को श्रृंगार सामग्री जैसे लाल चुनरी, चूड़ी, बिछिया, मेहंदी आदि चीजें अर्पित करें।
इस राशि का स्वामी बुध ग्रह है। हरतालिका तीज पर इस राशि की महिलाएं देवी पार्वती को खीर का भोग लगाएं। ये खीर गाय के दूध से बनी हो तो और भी शुभ रहेगा।
इस राशि का स्वामी चंद्रमा है। हरतालिका तीज पर इस राशि की महिलाएं देवी पार्वती को लाल और शिवजी को सफेद फूल चढ़ाएं। इससे इनकी मैरिड लाइफ हैप्पी रहेगी।
इस राशि के स्वामी सूर्यदेव हैं। इस राशि की महिलाएं हरतालिका तीज के मौके पर शिवलिंग का अभिषेक गाय के दूध से करें। इससे इनकी परेशानियां कम हो सकती हैं।
इस राशि के स्वामी बुधदेवता हैं। हरतालिका तीज के शुभ मौके पर इस राशि की महिलाएं देवी पार्वती को हरे रंग की चूड़ियां भेंट करें और बाद में इसे किसी ब्राह्मण स्त्री को दान कर दें।
इस राशि के स्वामी शुक्रदेव हैं। इस राशि की महिलाएं हरतालिका तीज पर छोटी बच्चियों को वस्त्र व अन्य चीजें उपहार में दें, इससे इनके जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।
इस राशि के स्वामी मंगलदेव हैं। इस राशि के महिलाएं हरतालिका तीज पर देवी पार्वती को लाल चुनरी चढ़ाएं और लाल रंग की मिठाई का भोग लगाएं। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
इस राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इस राशि की महिलाएं हरतालिका तीज पर भगवान शिव को बिल्व पत्र और देवी पार्वती को लाल फूल चढ़ाएं। इससे लव लाइफ ठीक रहेगी।
इस राशि के स्वामी शनिदेव हैं। हरतालिका तीज पर इस राशि वाली महिलाएं गरीब महिलाओं को वस्त्र, चूड़ी और सुहाग का सामान भेंट करें। इससे इन्हें फायदा होगा।
इस राशि के स्वामी भी शनिदेव हैं। इस राशि की महिलाएं हरतालिका तीज व्रत समाप्त होने पर ब्राह्मण स्त्री को भोजन पर बुलाएं और उन्हें अपनी इच्छा अनुसार वस्त्र आदि भेंट करें।
इस राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। सुख-समृद्धि के लिए इस राशि की महिलाएं शिव-पार्वती की विधि-विधान से पूजा करें और हरसिंगार का इत्र चढ़ाएं।