इस बार हरतालिका तीज व्रत 18 सितंबर, सोमवार को है। इस व्रत के नियम बहुत ही कठिन हैं। किसी भी हालत में ये व्रत पूरा करना ही होता है। अगर किसी वजह से ये व्रत न कर पाएं तो क्या करें…
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, जो महिला एक बार हरतालिका तीज व्रत का संकल्प लेती है, उसे जीवन भर ये व्रत करना पड़ता है। विशेष परिस्थिति में इसे छोड़ सकते हैं।
कोई महिला वृद्धावस्था के कारण ये व्रत न कर पाएं तो वह अपने परिवार की किसी महिला को ये व्रत दे सकती है। आगे से उसके स्थान पर अब कोई और ये व्रत करेगा। शास्त्रों में ऐसा विधान है।
अगर किसी महिला की सेहत अत्यधिक खराब है तो वह व्रत न करते हुए सिर्फ शिव-पार्वती की पूजन करे तो भी उसे इस व्रत का संपूर्ण फल प्राप्त हो सकता है।
मासिक धर्म के कारण कोई महिला शिव-पार्वती की पूजा करने में असमर्थ है तो वह व्रत के नियमों का पूर्ण रूप से पालन करे। इससे भी उसे हरतालिका तीज व्रत का पूरा फल प्राप्त होगा।
अगर गलती से किसी महिला से इस व्रत का नियम टूट जाएं और व सच्चे मन से प्रायश्चित कर ये व्रत पूर्ण करे तो उसे भी हरतालिका तीज व्रत का संपूर्ण फल मिल सकता है।