हिंदू परंपरा के अनुसार जब किसी की मृत्यु होती है तो उसके शव को अकेला नहीं छोड़ा जाता। कोई न कोई उसके साथ जरूर रहता है। आगे जानिए क्या है इसका कारण…
Image credits: Getty
Hindi
आत्मा पाना चाहती है शरीर
गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु के बाद आत्मा पुन: अपने शरीर में प्रवेश करने की कोशिश करती है, ऐसी स्थिति में शव के आस-पास किसी न किसी का होना जरूरी होता है।
Image credits: Getty
Hindi
निगेटिव शक्तियां होती हैं सक्रिय
मान्यता के अनुसार, शव के आस-पास निगेटिव शक्तियां यानी भूत-प्रेत सक्रिय हो जाते हैं और उस शरीर पर अधिकार करने का प्रयास करते हैं। इसलिए भी शव को अकेला नहीं छोड़ा जाता।
Image credits: Getty
Hindi
तंत्र क्रिया करने लगते हैं लोग
कुछ लोग शव के अंगों या बालों का उपयोग तांत्रिक क्रियाएं में भी करते हैं। जिसकी वजह से मृतक की आत्मा को मोक्ष नहीं मिल पाता। इस कारण से भी शव को अकेला नहीं छोड़ा जाता।
Image credits: Getty
Hindi
एक कारण ये भी है
शव को अकेला छोड़ने से उसके आसपास कीड़े व अन्य जानवर आने लगते हैं। इनसे बचाने के लिए भी शव को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। ये कीड़े शव को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Image credits: Getty
Hindi
शव से निकलती है गंध
शव को ज्याद समय तक रखा जाए तो उससे गंध आने लगती है, जिससे बैक्टीरिया आदि पनपने लगते हैं। इस स्थिति से बचने के लिए भी कोई न कोई शव के पास जरूर रहता है।