सिहोर के प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा इन दिनों अपने बयानों के चलते काफी चर्चा में है। उनकी परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही है। जानें संत प्रदीप मिश्रा से जुड़ी खास बातें…
सिहोर वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध कथावाचक संत प्रदीप मिश्रा का उपनाम यानी घर का नाम रघुराम है। बचपन में घर और मोहल्ले के लोग इन्हें इसी नाम से पुकारा करते थे।
संत प्रदीप मिश्रा का बचपन आर्थिक तंगी में गुजरा। इनके पिता स्व. रामेश्वर मिश्रा ठेले पर चने बेचते थे, बाद में उन्होंने चाय की दुकान खोली, जिसमें प्रदीप मिश्रा भी उनका हाथ बटाते थे।
पंडित मिश्रा बचपन से ही भजन-कीर्तन करते थे, जिससे इनका रुझान धर्म की ओर अधिक था। बाद में इन्होंने पुराणों का अध्ययन किया और शिवपुराण आदि पर कथा कहने लगे।
पं. प्रदीप मिश्रा के गुरु का नाम विठलेश राय काका है। उनसे दीक्षा लेकर ही मिश्राजी ने अपने धार्मिक जीवन की शुरूआत की। इनकी प्रसिद्धि फैलती गई और लाखों लोग इनके अनुयायी बन गए।
संत प्रदीप मिश्रा का जन्म 1980 में मध्य प्रदेश के सीहोर के छोटे से गांव चितावलिया हेमा में हुआ। पिता के गुजर जाने के बाद उनके परिवार में माता, दो भाई, पत्नी और बच्चे हैं।
प्रदीप मिश्रा राधा रानी पर दिए गए प्रवचनों के चलते विवादों में हैं। हाल ही में उन्होंने तुलसीदासजी के बारे में भी कुछ ऐसी बातें कहीं, जिसके चलते पूरा संत समाज इनका विरोध कर रहा है।