मान्यता है कि रात के समय वृंदावन-मथुरा स्थिति निधिवन में आज भी भगवान कृष्ण और राधा की दिव्य रासलीला होती है और इसे देखने की अनुमति किसी को नहीं होती।
कहा जाता है कि निधिवन के वृक्षों पर रात को भगवान कृष्ण के पैरों के निशान या रासलीला के संकेत देखे जा सकते हैं। यहां के पेड़ रात के समय भगवान की उपस्थिति का संकेत देते हैं।
पुजारियों के अनुसार उन्हें रात के समय विशेष अनुभव होते हैं, जैसे दिव्य आवाजें या चमकदार रूप दिखाई देना। ये घटनाएं निधिवन की पवित्रता और भगवान की उपस्थिति का हिस्सा मानी जाती हैं।
कुछ भक्तों ने रात के समय निधिवन में अजीब आवाजें और घटनाओं का अनुभव किया है, जैसे कि हल्की संगीत या पेड़ों के हिलने की आवाज। ये घटनाएं भगवान की रासलीला की प्रतीक मानी जाती हैं।
रात के समय निधिवन को पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है और बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाता। यह सुनिश्चित करता है कि स्थल की पवित्रता और रहस्यमय अनुभव सुरक्षित रहें।
निधिवन की रात की गतिविधियाों को रहस्यमयी माना जाता है। इस जंगल में स्थिति रंग महल में कृष्ण और राधा विश्राम करते हैं। यह एक छोटा मंदिर है, जहां कृष्ण राधा का श्रृंगार करते हैं।
ऐसी भी मान्यता है कि यदि रात में कोई व्यक्ति निधिवन में भगवान की रासलीला देखने चला जाता है तो वह मानसिक संतुलन खो देता है, गूंगा या बहरा तक हो जाता है।