विष्णु पुराण में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए गए हैं। उसके अनुसार, किसी भी बुद्धिमान पुरुष को स्त्रियों के साथ 4 काम भूलकर भी नहीं करने चाहिए। जानें कौन-से हैं ये 4 काम…
योषितो नावमन्येत न चासां विश्वसेद् बुधः
न चैवेर्ष्या भवेत्तासु न धिक्कुर्यात्कदाचन
अर्थ- बुद्धिमान पुरुष स्त्रियों का अपमान न करे, उन पर विश्वास न करे, ईर्ष्या और तिरस्कार भी न करें।
हिंदू धर्म में महिलाओं को सम्माननीय माना गया है। इसलिए भूलकर भी कभी किसी महिला का अपमान नहीं करना चाहिए। जिस घर में स्त्री का अपमान होता है वह लक्ष्मी नहीं ठहरती।
महिलाओं का मन चंचल होता है इसलिए भूलकर भी इन्हें अपनी गुप्त बातें नहीं बतानी चाहिए। महिलाएं बातों ही बातों में गुप्त बातें भी बता देती हैं। इनके पेट में कोई बात नहीं टिकती।
अगर परिवार या समाज की कोई महिला पुरुषों से अधिक सफल और बुद्धिमान है तो उनसे किसी तरह की ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए। ऐसी स्थिति में उनका सम्मान करना चाहिए।
विष्णु पुराण के अनुसारस किसी भी स्थिति में महिलाओं की तिरस्कार नहीं करना चाहिए। महिलाओं का तिरस्कार करने से घर में अशांति होती है जो ठीक नहीं है।