चैत्र नवरात्रि का पर्व 9 अप्रैल से शुरू हो चुका है, जो 17 अप्रैल तक मनाया जाएगा। इस नवरात्रि की अष्टमी-नवमी तिथि खास मानी गई है। जानें इस तिथि पर किए जाने वाले उपायों के बारे में…
पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि 16 अक्टूबर, मंगलवार को और नवमी तिथि 17 अप्रैल, बुधवार को रहेगी। आगे जाने इन तिथियों पर आप कौन-से उपाय कर सकते हैं…
चैत्र नवरात्रि की अष्टमी-नवमी तिथि पर देवी के मंत्रों का जाप विधि-विधान से करें। मंत्र जाप से पहले किसी विद्वान से सलाह जरूर लें। इससे भी आपके जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।
देवी को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि की अष्टमी नवमी तिथि पर कन्या पूजन करना शुभ रहता है। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और आने वाले संकटों से छुटकारा भी मिलता है।
नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर ब्राह्मण स्त्री को भोजन के लिए घर बुलाएं और उसे सुहाग की सामग्री जैसी चुनरी, चूड़ी, काजल आदि चीजें उपहार में दें। इससे शुभ फल मिलते हैं।
चैत्र नवरात्रि की अष्टमी–नवमी तिथि पर पानी में इत्र डालकर देवी की प्रतिमा का अभिषेक करें। इससे भी देवी की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी और धन लाभ के योग बन सकते हैं।
चैत्र नवरात्रि की अष्टमी-नवमी तिथि पर गरीबों को अपनी इच्छा अनुसार, भोजन, कच्चा अनाज, कपड़े, आदि चीजों का दान करें। इससे आपके जीवन में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होगी।