क्यों दिवाली की रात तांत्रिक देते हैं उल्लू की बलि? जानें गुप्त बातें
Spiritual Nov 12 2023
Author: Manish Meharele Image Credits:Getty
Hindi
कब मनाते हैं दिवाली?
हर साल कार्तिक मास की अमावस्या पर दीपावली पर्व मनाया जाता है। ये पर्व क्यों मनाते हैं, इसे लेकर कईं मान्यताएं हैं। इस दिन धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है।
Image credits: Getty
Hindi
कब है दीपावली?
इस बार कार्तिक अमावस्या 12-13 नवंबर को रहेगी, लेकिन दीपावली 12 नवंबर, रविवार को मनाई जाएगी। इस दिन कईं शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इस पर्व का महत्व और बढ़ गया है।
Image credits: Getty
Hindi
तंत्र क्रिया के लिए खास है दिवाली की रात
तंत्र शास्त्र में 4 प्रमुख रातों के बारे में बताया गया है जो तंत्र सिद्धि के लिए सबसे खास मानी गई है। इनमें दिवाली की रात भी एक है। तंत्र शास्त्र में इसे कालरात्रि कहा जाता है।
Image credits: Getty
Hindi
देते हैं उल्लुओं की बलि
एक रिसर्च से पता चला है कि तंत्र क्रिया के नाम पर हर साल दिवाली की रात कईं उल्लुओं की बलि तांत्रिकों द्वारा दी जाती है। तांत्रिक पहले से ही इसके लिए तैयारी करके रखते हैं।
Image credits: Getty
Hindi
बलि से पहले करते हैं तैयारी
तंत्र विद्वानों के अनुसार दिवाली की रात जिस उल्लू की बलि दी जाती है, 45 दिन तक उसके सामने बैठकर तंत्र क्रियाएं की जाती है। यहां तक की उन्हें शराब भी पिलाई जाती है।
Image credits: Getty
Hindi
नहीं देख सकता आम व्यक्ति
कहते हैं कि दिवाली की रात जब उल्लू की बलि दी जाती है तो उसे कोई आम व्यक्ति नहीं देख सकता। अगर ऐसा हो जाए तो उस व्यक्ति के साथ कुछ भी अनहोनी घटना हो सकती है।
Image credits: Getty
Hindi
क्यों देते हैं बलि?
मान्यता के अनुसार, दिवाली की रात उल्लू की बलि देने से कईं प्रकार की विशेष सिद्धियां प्राप्त हो सकती है। इसलिए तांत्रिकों को दिवाली की रात का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है।