21 जुलाई, रविवार को गुरु पूर्णिमा है। इस दिन गुरुओं की पूजा की जाती है। गुरु कई तरह के होते हैं जैसे- धार्मिक, आध्यात्मिक, शैक्षणिक। इनका सम्मान गुरु पूर्णिमा पर करना चाहिए।
यदि किसी व्यक्ति का कोई धार्मिक, आध्यात्मिक गुरु न हो तो उसे गुरु पूर्णिमा पर क्या करना चाहिए, इसके बारे में भी ग्रंथों में बताया है। जानिए गुरु न हो तो गुरु पूर्णिमा पर क्या करें…
यदि किसी व्यक्ति का कोई गुरु न हो तो वह गुरु पूर्णिमा पर भगवान विष्णु की पूजा कर सकता है। भगवान विष्णु की पूजा करने से गुरु पूजा का संपूर्ण फल व्यक्ति को मिल सकता है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, देवताओं के गुरु हैं बृहस्पति। गुरु पूर्णिमा पर देवगुरु बृहस्पति के मंदिर जाकर पूजा-पाठ करें और पीले चीजें जैसे आम, केला, पीला वस्त्र, केसर की मिठाई चढ़ाएं।
गुरु पूर्णिमा पर आप हनुमानजी की पूजा भी कर सकते हैं। हनुमानजी में गुरु भाव रखकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और वस्त्र, फल, मिठाई आदि चीजें हनुमानजी को अर्पित करें।
हर व्यक्ति का कोई न कोई शिक्षक जरूर होता है, जिसका वे सम्मान करते हैं। गुरु पूर्णिमा के मौके पर उस शिक्षक का सम्मान करें और शाल-श्रीफल देकर उनका आशीर्वाद लें।