शिव महापुराण में पत्नी से संबंधित अनेक बातें लिखी गई हैं। इन बातों का ध्यान रख कोई भी पत्नी पति का दिल जीत सकती है। महाशिवरात्रि के मौके पर जानिए क्या लिखा है इस ग्रंथ में…
शिव महापुराण के अनुसार, पति के बुलाने पर पत्नी को तुरंत उसके पास जाना चाहिए और पति जो आदेश दे, उसका प्रसन्नतापूर्वक पालन करना चाहिए। इससे पति खुश होता है।
पतिव्रता स्त्री को अपने पति की आज्ञा के बिना कहीं नहीं जाना चाहिए। पति के बिना मेले, उत्सव आदि में भी नहीं जाना चाहिए। पति की आज्ञा के बिना व्रत-उपवास भी नहीं करना चाहिए।
पत्नी को प्रसन्नतापूर्वक घर के सभी काम करना चाहिए। अधिक खर्च किए बिना ही परिवार का पालन-पोषण ठीक से करना चाहिए। पति की गुप्त बात किसी को नहीं बतानी चाहिए।
पति कहीं गया हो तो अधिक सज-धजकर नहीं रहना चाहिए। पत्नी के पति के सामने संज-संवरकर रहना चाहिए। पति के सोने के बाद सोना चाहिए और जागने से पहले जाग जाना चाहिए।
यदि घर में किसी वस्तु की आवश्यकता आ पड़े तो पत्नी को अचानक ये बात नहीं कहनी चाहिए। पहले पति को प्रसन्न करना चाहिए, उसके बाद ही उस वस्तु के बारे में बताना चाहिए।
जो स्त्री अपने पति को की सेवा अन्न, जल आदि से सेवा करती है, मीठे वचन बोलती है, वह तीनों लोकों को संतुष्ट कर देती है। ऐसी पत्नी अपने कुल की तीन पीढ़ियों को संतुष्ट कर देती है।