इस बार 8 मार्च, शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। इस दिन शिवलिंग पूजा का विशेष महत्व है। शिवलिंग और ज्योतिर्लिंग में क्या अंतर हैं, बहुत कम लोगों को ये पता है…
आमतौर पर लोग शिवलिंग और ज्योतिर्लिंग को एक ही मान लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। शिवलिंग और ज्योतिर्लिंग में अंतर है। शिवलिंग अनेक हैं, लेकिन ज्योतिर्लिंग की संख्या सीमित है।
जिनकी स्थापना या प्राण प्रतिष्ठा मनुष्यों द्वारा की गई है, उन्हें शिवलिंग कहते हैं। ये स्वयंभू नहीं है यानी अपने आप प्रकट नहीं हुए हैं। देश भर में इनकी संख्या लाखों में है।
शिवपुराण में जिन 12 ज्योतिर्लिंगों की कथा मिलती है, मूलत: वही ज्योतिर्लिंग हैं अन्य सभी शिवलिंग हैं। इन सभी स्थानों पर स्वयं भगवान शिव प्रकट होकर लिंग रूप में स्थापित हुए हैं।
12 ज्योतिर्लिंगों के नाम इस प्रकार हैं- सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ऊंकारेश्वर, केदारनाथ, रामेश्वरम, वैद्यनाथ, घूश्मेश्वर, त्र्यंबकेश्वर, भीमाशंकर, विश्वेवर और नागेश्वर।