धर्म ग्रंथों में जो 24 एकादशी बताई गई है, उनमें से मोक्षदा एकादशी भी एक है। इस एकादशी का महत्व कहीं अधिक है। जानें इस बार मोक्षदा एकादशी कब है 1 या 2 दिसंबर…
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क्यों खास है मोक्षदा एकादशी?
अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इसलिए इसे मोक्षदा एकादशी कहते हैं।
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कब से कब तक रहेगी एकादशी तिथि?
इस बार अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 30 नवंबर की रात 09 बजकर 29 मिनिट से शुरू होगी जो 01 दिसंबर, सोमवार की शाम 07 बजकर 01 मिनिट तक रहेगी।
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कब है मोक्षदा एकादशी 2025?
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार चूंकि एकादशी तिथि का सूर्योदय 1 दिसंबर, सोमवार को होगा, इसलिए इसी दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत करना श्रेष्ठ रहेगा।
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गीता जयंती भी इसी दिन
मोक्षदा एकादशी के दिन ही गीता जयंती का पर्व भी मनाया जाता है। गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसका जयंती पर्व मनाया जाता है। गीता में ही जीवन के हर प्रश्न का उत्तर छिपा है।