हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 6 जून, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन शनिदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
शनिदेव से जुड़ी अनेक मान्यताएं हमारे समाज में प्रचलित हैं जैसे शनिवार को तेल नहीं खरीदना चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं। जानें क्या है इस मान्यता से जुड़ी सच्चाई…
शनिवार के स्वामी शनिदेव हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तेल का कारक शनिदेव हैं। इसलिए शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए तेल से अभिषेक करना बहुत शुभ माना गया है।
मान्यता है कि शनिदेव को तेल नहीं खरीदना चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव से संबंधित अशुभ फल मिलते हैं। किसी भी ग्रंथ आदि में ऐसी किसी भी मान्यता का वर्णन नहीं मिलता।
चूंकि तेल शनिदेव से संबंधित है, इसलिए ये मान्यता चलन में आई। इसलिए ये कह सकते हैं कि इस मान्यता के पीछे कोई भी ठोस आधार नहीं है, सिर्फ मनोवैज्ञानिक पक्ष है।