6 जून, गुरुवार को शनि जयंती का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन राशि अनुसार अलग-अलग तेल से शनिदेव का अभिषेक किया जाए तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है। जानें उपाय…
इस राशि का स्वामी मंगल है। इस राशि के लोग शनि जयंती पर शनिदेव का अभिषेक तिल से तेल से करें। इससे इनकी परेशानियां काफी हद तक दूर हो सकती हैं।
इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह। इस राशि के वाले लोग नारियल या मूंगफली के तेल से शनिदेव का अभिषेक करें। इन्हें मनचाही सफलता मिल सकती है।
इस राशि का स्वामी बुध ग्रह है, जो बुद्धि और ज्ञान देता है। शनि जयंती पर इस राशि के लोग तिल के तेल से शनिदेव का अभिषेक करें तो शुभ फल मिलेंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि के स्वामी चंद्रमा हैं। इस राशि के वाले शनि जयंती के मौके पर शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं।
इस राशि के स्वामी सूर्यदेव हैं जो शनि के पिता भी हैं। ये लोग शनिदेव का अभिषेक लाल चंदन के तेल से करें। इन्हें धन लाभ के साथ अन्य फायदे भी होंगे।
इस राशि का स्वामी ग्रह बुध ग्रह है। ये लोग शनि जयंती पर शनिदेव का अभिषेक मूंगफली के तेल से करें तो शुभ फलों की प्राप्ति संभव है।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस राशि का स्वामी शुक्र है। ये लोग शनि प्रतिमा का अभिषेक किसी सुगंधित तेल से करें तो इन्हें जीवन की हर खुशी मिल सकती है।
इस राशि के स्वामी मंगलदेव है। शनि जयंती के मौके पर इस राशि के लोग शनि प्रतिमा का अभिषेक चंदन के तेल से अभिषेक करें तो शुभ रहेगा।
इस राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इस राशि वाले लोग शनि जयंती पर सोयाबीन का तेल शनिदेव को चढ़ाएं। इससे इनकी हर कामना जल्दी ही पूरी हो सकती है।
इस राशि के स्वामी स्वयं शनिदेव हैं। इस राशि वाले बादाम के तेल से शनिदेव का अभिषेक करें। ऐसा करने से शनि की कृपा इनके ऊपर बनी रहेगी।
इस राशि के स्वामी भी शनिदेव ही हैं। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए इस राशि के लोग सरसों के तेल से अभिषेक करें। इससे इन्हें शुभ फल मिलेंगे।
इस राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। ये लोग शनि जयंती के मौके पर सूरजमुखी का तेल शनिदेव को चढ़ाएं। ये जो चाहेंगे, वो इन्हें मिलेगा।