देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से तीसरा है महाकालेश्वर। ये मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग से जुड़ी अनेक मान्यताएं और परंपराएं इसे और भी खास बनाती हैं।
हर साल सावन के सभी सोमवार और भादौ के पहले 2 सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाती है। इस दौरान बाबा महाकाल को चांदी की पालकी में बैठाकर नगर भ्रमण करवाते हैं।
भादौ के दूसरे सोमवार को निकलने वाली सवारी को शाही सवारी कहते हैं। ये सवारी बहुत खास होती है। शाही सवारी में बैंड, भजन मंडली व पुलिस सशस्त्र बल भी शामिल होता है।
इस बार भादौ मास के दूसरा सोमवार 2 सितंबर को आ रहा है। इसलिए इसी दिन बाबा महाकाल की शाही सवारी निकाली जाएगी। इस दिन भाद्रपद मास की अमावस्या तिथि रहेगी।
2 सितंबर, सोमवार को भाद्रपद मास की अमावस्या होने से सोमवती अमावस्या का संयोग भी बन रहा है। इस दिन लोग उज्जैन की क्षिप्रा नदी में स्नान कर दान-पुण्य करते रहें।