ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के पास रोज हजारों लोग चिट्ठी के माध्यम से अपने सवाल पूछते हैं। शंकराचार्य उन सवालों को शास्त्रों के अनुसार जवाब भी देते हैं।
एक चिट्ठी में एक भक्त ने शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद से पूछा कि ‘बिना प्राण प्रतिष्ठा के देव प्रतिमा की पूजा करना सही है या गलत?’ जानें क्या दिया शंकराचार्य ने इस सवाल का जवाब…
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के अनुसार, ‘ये बात बिल्कुल सही है कि बिना प्राण प्रतिष्ठा के किसी भी देवी-देवता की प्रतिमा की पूजा का कोई अर्थ नहीं है और ये शास्त्रोचित भी नहीं है।’
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के अनुसार, ‘जब तक देव प्रतिमा में प्राण का आवाहन नहीं होता, तब तक उस प्रतिमा में चेतना जागृत नहीं होती। ऐसी प्रतिमा की पूजा का कोई लाभ नही।’
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के अनुसार, ‘शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि यदि किसी भी देव प्रतिमा की लगातार 3 दिनों तक लगातार पूजा की जाए तो उसमें स्वयं ही प्राण आने लगते हैं।’
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के अनुसार, ‘इसलिए यदि ऐसी कोई देव प्रतिमा जिसका आप लगातार पूजन कर रहे हैं तो वह प्राण प्रतिष्ठित प्रतिमा के समान ही फल देने वाली हो जाती है।’