वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज से एक भक्त ने पूछा कि ‘कुछ लोग जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव केक काटकर मनाते हैं, क्या ये सही है या गलत? जानें क्या कहा बाबा ने…
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘लोगों को वैष्णव पद्धति का ज्ञान नहीं है और न वे किसी गुरु परंपरा से जुड़े हैं। ये लोग बाजार से लड्डू गोपाल ले आते हैं और मनमानी तरीके से पूजा करते हैं।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘पूजा पद्धति भले ही ठीक न हो लेकिन ये अच्छा इसलिए है कि किसी भी तरह लोगों का मन भगवान में जुड़े, इससे कहीं न कहीं उनका कल्याण जरूर होगा।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘रही बात केक की तो ये बेकरी में बनता है, तो इसमें अंडा आदि का उपयोग भी किया जाता है। तो इस तरह के भोग भगवान को न लगाएं, इससे अपराध बनेगा।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘अगर आप लड्डू गोपाल का जन्मदिन मनाना चाहते हैं तो जन्माष्टमी पर अच्छे-अच्छे पकवान बनाकर उनका भोग लगाएं, स्वयं भी खाईए और दूसरों को भी खिलाएं।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को जिस भी चीज का भोग लगाएं वह पूरी तरह से शुद्ध -सात्विक होनी चाहिए। अभक्ष्य पदार्थों का भोग भगवान को न लगाएं।’