जन्माष्टमी 26 अगस्त, सोमवार को है। इस मौके पर हमें श्रीकृष्ण के जीवन से 10 बातें जरूर सीखनी चाहिए, ये हमें हर कदम पर हमारे काम आएगी। आगे जानिए कौन-सी हैं ये 10 बातें…
भगवान श्रीकृष्ण ने अपने जीवन में बिना किसी स्वार्थ के हमेशा दूसरों की मदद की। वे अपने पास आने वाले हर व्यक्ति की मदद के लिए तैयार रहते थे। ये बात हमें कान्हा से जरूर सीखनी चाहिए।
भगवान श्रीकृष्ण हर जीव से प्रेम करते थे चाहे वो गाय हो या अन्य कोई पशु। उनकी तरह हमें भी जीवन के प्रति दया और प्रेम का भाव रखना चाहिए। उनके प्रति क्रूरता नहीं करनी चाहिए।
श्रीकृष्ण ने बचपन से ही चुनौतियों का सामना किया और बाल्यकाल में अनेक राक्षसों का वध कर दिया। ये ध्यान रखें कि मुश्किल समय कभी भी आ सकता है, उसका डंटकर सामना करें।
श्रीकृष्ण के जीवन में कईं ऐसे मौके आए जब उन्होंने शक्ति नहीं बल्कि बुद्धि का उपयोग कर अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त की। यानी सही समय पर सही निर्णय ही हमें सफलता दिलाता है।
कईं मौकों पर भगवान श्रीकृष्ण ने अपने शत्रुओं को क्षमा भी किया। इससे समझें कि हर बार सजा देना ही जरूरी नहीं है, कभी-कभी बड़ा दिल रखकर दुश्मन को क्षमा भी कर देना चाहिए।
श्रीकृष्ण की सलाह और योजना से ही पांडवों ने महाभारत युद्ध में विजय प्राप्त की। लेकिन कान्हा ने कभी भी इस बात का क्रेडिट नहीं लिया और पांडवों को ही जीत का हीरो बनाया।
भगवान श्रीकृष्ण ने हमेशा धर्म का साथ दिया और धर्मयुद्ध का नेतृत्व भी किया। महाभारत युद्ध में भले ही कान्हा सारथी बने लेकिन देखा जाए तो इस युद्ध का नेतृत्व उन्हीं के पास था।
भगवान श्रीकृष्ण हर स्थिति के लिए तैयार रहते थे। उन्होंने पांडवों को अनेक मुसीबतों से निकाला और ये कहा कि जीवन में हर समय किसी भी परिस्थिति के लिए खुद को तैयार रखो।
श्रीकृष्ण और सुदामा की दोस्ती एक मिसाल है। उन्होंने अपने हर मित्र का मुश्किल समय में साथ दिया, चाहे वो अर्जुन हो या कोई और। दुनिया को दोस्ती का पाठ कान्हा ने ही पढ़ाया।
भगवान श्रीकृष्ण के जीवन में आध्यात्म का विशेष महत्व है। आध्यात्म से अर्थ है भगवान से जुड़ाव। जब हम हमारे जीवन में आध्यात्म नहीं होगा, तब तक हमें शांति का अनुभव नहीं होगा।