श्रीकृष्ण के जीवन में कईं रहस्यमयी बातें छिपी हुई हैं। जन्माष्टमी (26 अगस्त, सोमवार) के मौके पर जानिए कान्हा से जुड़ी ऐसी ही 10 रोचक बातें, जो कम ही लोग जानते हैं…
श्रीकृष्ण के हजारों पुत्र थे, साथ ही उनकी एक पुत्री भी थी, जो देव रुक्मिणी के गर्भ से जन्मी थी। उसका नाम चारुमती था। उसका विवाह राजा कृतवर्मा के पुत्र बली से हुआ था।
भगवान श्रीकृष्ण की मुख्य रानी देवी रुक्मिणी थीं, इनके अलावा उनकी 7 पटरानियां और भी थीं, उनका नाम सत्यभामा, जांबवती, सत्या, कांलिदी, लक्ष्मणा, मित्रविंदा व भद्रा था।
महाभारत के अनुसार, दुर्योधन की एक पुत्री थी, जिसका नाम लक्ष्मणा था। उसका विवाह श्रीकृष्ण के पुत्र साम्ब के साथ हुआ था। इस तरह श्रीकृष्ण और दुर्योधन समधी थे।
श्रीमद्भागवत में भगवान विष्णु के 24 अवतारों का वर्णन मिलता है। उनसे से श्रीकृष्ण 22वें अवतार थे। श्रीकृष्ण के जीवन की पूरी कथा श्रीमद्भागवत ग्रंथ में मिलता है।
भगवान श्रीकृष्ण ने जब नरकासुर का वध किया था तो उसकी कैद से 16 हजार स्त्रियों को मुक्त करवाया था। समाज में उचित स्थान देने के लिए श्रीकृष्ण ने उनसे विवाह भी किया था।
महाभारत के अनुसार, जब श्रीकृष्ण शिक्षा प्राप्त करने महर्षि सांदीपनि के आश्रम यानी उज्जैन आए थे, तब उनकी मुलाकात भगवान परशुराम से हुई थी। उन्होंने सुदर्शन चक्र श्रीकृष्ण को दिया था।
भगवान श्रीकृष्ण का शंख बहुत ही खास था। इसका नाम पांचजन्य था, जब भी श्रीकृष्ण उसे बजाते थे, शत्रुओं में भय की लहर दौड़ जाती है। ये शंख पांचजन्य राक्षस ने उन्हें दिया था।