इस बार 24 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा। विद्वानों की मानें तो होलिका दहन की अग्नि से भी भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। आगे जानें इससे जुड़ी खास बातें…
होलिका दहन की अग्नि आसमान की तरफ उठे तो सब ठीक होता है। बड़ी जनहानि या प्राकृतिक आपदा की आशंका नहीं होती। प्रशासनिक क्षेत्रों में बड़े सकारात्मक बदलाव होते हैं।
होलिका दहन की लौ पूर्व दिशा की ओर हो तो ये शुभ होता है। ऐसा होने से शिक्षा और धर्म को बढ़ावा मिलता है। रोजगार मिलता है। लोगों की सेहत ठीक रहती है। देश का मान बढ़ता है।
पश्चिम की ओर होलिका दहन की लौ उठे तो आर्थिक प्रगति होती है। छुट-मुट आपदाएं आ सकती हैं, लेकिन बड़ी हानि नहीं होती। कुछ क्षेत्रों में लोगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
होलिकी की अग्नि का रूख उत्तर की रहे तो देश-समाज में सुख-शांति रहती है। साथ ही आर्थिक प्रगति भी होती है। चिकित्सा शिक्षा में बड़ी खोज संभव है। कृषि-व्यापार में भी ग्रोथ होती है।
होलिका दहन अग्नि दक्षिण दिशा की ओर हो तो विवाद बढ़ते हैं। युद्ध-अशांति की स्थिति पैदा होने की भी आशंका होती है। हालांकि, न्यायिक मामलों में यह शुभ सिद्ध भी हो सकता है।